नई दिल्ली: भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में पूरी ताकत झोंक दी है। चीन की बादशाह को चुनौती देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्हीं में से एक ALMM यानी अप्रूव्ड लिस्ट ऑफ मॉड्यूल एंड मैन्यूफैक्चरर्स है। यह एक तरह की सरकारी पहल है। इसका मक
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नई दिल्ली: भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में पूरी ताकत झोंक दी है। चीन की बादशाह को चुनौती देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्हीं में से एक ALMM यानी अप्रूव्ड लिस्ट ऑफ मॉड्यूल एंड मैन्यूफैक्चरर्स है। यह एक तरह की सरकारी पहल है। इसका मकसद देश में मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है। इसके जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार घरेलू उत्पादों को प्राथमिकता देना चाहती है। 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत ALMM जैसे नॉन-टैरिफ बैरियर से भारतीय सोलर इंडस्ट्री को बढ़ावा मिला है। इसकी मदद से पूरी दुनिया का खेल बदला जा सकता है।वारी एनर्जीज के चेयरमैन और एमडी हितेश दोशी के मुताबिक, एएलएमएम उन गैर-टैरिफ बैरियर्स में से एक है जो मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने में मदद कर रही है। एएलएमएम को कम अवधि के लिए लाने से देखा गया है कि भारतीय मॉड्यूल मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता बढ़ी है। एक्सपोर्ट में भी बढ़ोतरी हुई है।
व्यक्तिगत रूप से हितेश का मानना है कि यह केवल मॉड्यूल तक ही सीमित नहीं रहेगा। आने वाले दिनों में हम देखेंगे कि पूरी वैल्यू चेन के लिए ऐसी और भी चीजें आ रही हैं जहां उनकी कंपनी वारी भी इन सभी क्षेत्रों में विस्तार करने की योजना बना रही है।
क्या है एएलएमएम?
ALMM एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है जो देश में मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसमें उन उत्पादों और उनके बनाने वाली कंपनियों की सूची है जिन्हें सरकार से मंजूरी मिली है। इससे न केवल घरेलू उद्योगों को मजबूत बनाया जा रहा है। अलबत्ता, देश को आत्मनिर्भर बनाने की भी कोशिश की जा रही है।
जब सरकार कोई उत्पाद खरीदती है तो उसे एएलएमएम में सूचीबद्ध उत्पादों को प्राथमिकता देनी होती है। इससे घरेलू उत्पादों की मांग बढ़ती है। एएलएमएम में शामिल होने के लिए उत्पादों को गुणवत्ता के कुछ मानकों को पूरा करना होता है। इससे उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिलते हैं।
एलएलएमएम भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है। यह पहल देश में मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा कर रही है। इससे आयात पर निर्भरता को कम होती है।
चीन को चित करने की है रणनीति
चीन पूरी दुनिया को अपने सस्ते उत्पादों से पाट देना चाहता है। उसकी मंशा से अब ज्यादातर देश वाकिफ हैं। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में भी वह यही करना चाहता है। इससे भारत, अमेरिका समेत तमाम देशों में टेंशन है। एलएलएमएम के जरिये उसकी मंशा पर पानी फेरा जा सकता है।
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राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा ने झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी में बदलाव को बड़ा मुद्दा बनाया है। इसे लेकर माहौल भी बना है, लेकिन पार्टी के बागी नेता इस अभियान को पलीता लगा रहे हैं। संताल परगना से कोल्हान तक यही हाल है।